जब समारोह के बीच में ही कार्यकर्ता ने दीपेंद्र हुड्डा को बताया 2019 की हार का कारण
Worker told Deependra Hooda the reason for 2019 defeat
सत्य खबर ,रोहतक । रोहतक में शुक्रवार को ब्राह्मण मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कांग्रेस पार्टी से जुड़े सतपाल वत्स की ओर से कराए गए इस प्रोग्राम में पार्टी के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे। इसी प्रोग्राम में खुद को कांग्रेस का वर्कर बताने वाले एक शख्स ने 2019 के लोकसभा चुनाव में हुई दीपेंद्र की हार के लिए कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कह दिया कि इसके लिए ब्राह्मणों को दोषी नहीं ठहराना चाहिए।
हालांकि खुद दीपेंद्र या हुड्डा परिवार की ओर से कभी अपनी हार के लिए समाज के किसी वर्ग विशेष को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया। वह समाज के सभी वर्गों का भरपूर सहयोग मिलने का दावा करते रहे हैं।
दरअसल प्रोग्राम में हंगामा तब खड़ा हुआ जब दीपेंद्र हुड्डा भाषण दे रहे थे। उसी समय खुद को कांग्रेस का वर्कर बताने वाला भालौठ गांव का पवन नामक शख्स खड़े होकर बोला कि उसे मंच से अपनी बात कहनी है। कुछ लोगों ने रोकने की कोशिश की लेकिन पवन किसी तरह मंच पर पहुंच गया और माइक संभालने के बाद बोला- मेरा वर्ष 1991 में वोट बना था और आज तक मैंने कांग्रेस को छोड़कर कभी किसी को वोट नहीं दिया।
इसके बाद पवन ने कहा- 2019 के लोकसभा चुनाव में रोहतक सीट से दीपेंद्र को ब्राह्मणों ने नहीं हराया। बल्कि गांव के जिन 3-4 आदमियों को आगे करके रखा गया है, उन्होंने हरवाया है। अगर किसी आदमी को कोई काम हो तो ये 4-5 लोग उसे कभी आगे नहीं आने देते। दीपेंद्र से मिलने नहीं देते। ब्राह्मणों के काम तक नहीं हुए। इसलिए दीपेंद्र की हार के लिए ब्राह्मणों का नाम बदनाम न किया जाए। अगर इन 3-4 लोगों को छोड़ दें तो सब लोग साथ देंगे। आज भी यहां उन्हें जो लोग बोलने से रोक रहे हैं, वह सारे बातें दीपेंद्र को नहीं बताते।
इस पर दीपेंद्र हुड्डा ने पवन को शांत करते हुए कहा कि जिन लोगों के काम हुए, उसकी खुशी से ज्यादा उन्हें इस बात का दुख है कि कुछ लोगों के काम नहीं हो पाए। इस बार दोबारा मौका मिला तो लोगों के काम कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने रोहतक सीट से ब्राह्मण समुदाय से आने वाले डॉ. अरविंद शर्मा को दीपेंद्र हुड्डा के सामने उतारा। हुड्डा जाट समुदाय से हैं। इस चुनाव में दीपेंद्र की हार हुई थी। तभी से यह कहा जाने लगा कि ब्राह्मणों ने अरविंद शर्मा को सपोर्ट किया। हरियाणा में भाजपा नॉन जाट की राजनीति करती है। इसी वजह से माना गया कि पिछला लोकसभा चुनाव जाट वर्सेज अन्य समुदाय वाला हो गया।
दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा के रोहतक लोकसभा से उम्मीदवारों के नामों की चल रही चर्चाओं पर चुटकी ली और कहा कि जो उम्मीदवार अपनी टिकट को लेकर कशमकश में हैं, वे जनता की क्या सोच पाएंगे। इतनी अनिश्चितता के बाद कोई एक उम्मीदवार अपनी टिकट लेकर आ जाएंगे, लेकिन वह अगले पांच साल तक यही देखते रहेंगे कि वे अपनी टिकट को न खोएं। उनकी लोगों के काम करवाने की कौन सुनेगा।